why should we read book.. हमे किताबे क्यूँ पढणी चाहिये.. in hindi

इसे पढकर किताबो (Books) से संबंधित सारी समस्याये खतम हो जायेगी... !
 नमस्ते दोस्तों,
 आपका हमारे वेबसाइट sucessmitra  में स्वागत है. जैसे कि मैंने आपको मेरी पिछले लेख में कहां था क्या आने वाले लेख में हम किताबों के बारे में बात करेंगे. यह लेख पढ़ने के बाद आप की किताबों को लेकर सारी समस्या हल हो जाएगी और आपका किताबों के प्रति नजरिया बदल जाएगा.
             कल्पना कीजिए आप किसी व्यवसाय की शुरुआत करते हैं और महान बिजनेसमैन  जैसे बिल गेट्स या फिर हमारे धीरूभाई अंबानी जी स्वयं आपको व्यवसाय करना सिखाते हैं, तो आपका व्यवसाय कितना बड़ा हो जाएगा और आप कितना सफल होंगे? बहुत ज्यादा है ना? सोचिए कि आप निवेश करना चाहते हैं और  वारेन बुफेट जो कि दुनिया के सबसे अमीर निवेशकों में से एक है खुद आपको निवेश करना सिखाए तो आप निवेश में कितना ज्यादा  सफल  होंगे. स्वयं दलाई लामा आकर आपको आंतरिक शांति का पाठ दे, या फिर स्वयं बुद्धा  आकर  जीवन का सार समझाए तो आप कितने  सुखी और सुलझे इंसान बन जाएंगे. खुद छत्रपति शिवाजी महाराज आकर आपको छोटे से शुरुआत करके बहुत बड़ा साम्राज्य कैसे खड़ा करते हैं यह सिखाये तो  आप कहा से कहा पहुँच चूके होंगे?  सोचिए हर क्षेत्र  के महान  लोग आपको सिखाए तो आपका व्यक्तित्व कितना विकसित और प्रभावशाली होगा. मैं जानता हूं कि यह लोग स्वयं आकर आपको नहीं सिखा सकते, तो क्या? उनके जीवन पर लिखी , उन लोगों ने  लिखी हुई  या उन लोगों की पसंदीदा किताबें तो आपको सिखा सकती है,सिखना आगे बढने का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है,आप सफल लोगो के बारे मे पढोगे तो जानोगे कि वो लोग सिखने को कितना ज्यादा महत्व देते है. अच्छी किताबें पढ़कर आपके जीवन में बहुत अच्छे बदलाव आ जाएंगे.  आपके पास ज्ञान होगा, साधारण लोगों से अतिरिक्त ज्ञान. आप भी यह बात समझते ही है के अंदाजन  10 में से 7 लोग  बिल्कुल किताबे नहीं पड़ते. आप अगर पढ़ना शुरू करते हैं तो आप उन सभी लोगों से दिमागी तौर पर ज्यादा शक्तिशाली  होंगे.    किसी भी वार्तालाभ में संवाद करने के लिए आपके पास आवश्यक ज्ञान होगा.आप एक प्रभावशाली, विकसित और आकर्षक व्यक्तित्व के स्वामी होंगे.
                  अगर आप दुनिया भर के सफल लोगों के बारे में जानोगे तो आपको एक बात पता चलेगी कि वह लोग बहुत ज्यादा पढ़ने के आदी है, उन्होंने अलग-अलग ज्ञानवर्धक किताबें पढ़  रखी है और आज  भी पढ़ते हैं, तभी तो उनका व्यक्तित्व  सामान्य लोगों से बहुत ज्यादा प्रतिभाशाली होता है. वारेन बुफेट  जो  की  दुनिया के सबसे अमीर  निवेशक और दुनिया के तीसरे चौथे सबसे अमीर इंसान हैं, जिनकी उम्र अब 80 साल से भी ज्यादा है  आज भी हर रोज 400-500  पन्ने पढ़ते हैं, वह कहते हैं ज्ञान का साम्राज्य इसी तरह बढ़ता है  चक्रवर्ती व्याज दर की तरह. बिल गेट्स ,एलोन मस्क, मार्क जुकरबर्ग   दुनिया के सफल बिज़नेस लीडर्स है पढ़ने के आदी है, उनकी दिनचर्या में किताब पढ़ना होता ही है. एलोन  मस्क जो  की दुनिया के बहुत प्रतिभाशाली बिजनेस लीडर है उनके बचपन में किताबों में ही डूबे रहते थे,  एलोन मस्क के बारे में अगर आप पढ़ते हैं  या  जानते हैं  तो आप  बहुत ज्यादा प्रेरित हो जाओगे वे एक बोहोत हि ज्यादा क्रांतिकारी, तेजस्वी और कूल स्वभाव के इन्सान है. ऐसे ही अलग-अलग बिजनेस लीडर्स के बारे में भी  अपने आने वाले लेख में चर्चा जरूर करेंगे.आप कहेंगे के ये सारे बाहर के यानी विदेशी  बिजनेस  लीडर्स है, तो मैं आपको भारतीय व्यक्ति महामानव डॉ बाबासाहेब आंबेडकर जी का भी उदाहरण दे सकता हूं वह भी बहुत  बड़े किताब प्रेमी थे, और हमेशा सीखने में विश्वास रखते थे.बाबासाहेब केहते थे अगर आपके पास दो रुपये है तो एक रुपये कि रोटी खरीदीये और एक रुपये कि किताब, रोटी आपको जिंदा रखने मे मदत करेगी और किताब आपको जिंदगी जिते कैसे है यह सिखयेगी.

          यह लेख लिखना शुरू करने से पहले मैंने अलग-अलग लोगों से चर्चा की, उनमें से कुछ ने  कभी किताब नहीं पढ़ी थी, कुछ  ने थोड़ा बहुत पढ़ा था, कुछ लोग पढ़ना चाहते थे पर थोड़ी दिक्कत हुई थी और कुछ थे जो हमेशा  किताबों में डूबे रहते हैं.
                किताबे पढ़ते वक्त जो कुछ समस्या आमतौर पर आती है उन सारी समस्याओं की  हम चर्चा करेंगे और उनके कुछ  समाधान भी देखेंगे.

1. किसी भी ठोस कारण का ना होना:- यह ज्यादातर लोगों की समस्या है या फिर आप कह सकते हैं कि बहाना है .लोगों से किताबों के बारे में बात करने पर ज्यादातर लोगों की यही प्रतिक्रिया थी "   क्यों पढ़े, पढ़ने की कोई आवश्यकता नहीं, स्कूल कॉलेज खत्म हो गया है तब   नहीं पड़ा तो अब क्यों पढ़े."  मैंने  लेख की शुरुआत  मैं बताई जानकारी और उदाहरण काफी होंगे आपको  यह समझाने के लिए कि आपको किताबे क्यूँ पढणी  चाहिए बहुत लोग तो कहते हैं कि ज्ञान किताबों से नहीं अनुभवों से आता है, बात तो सही है लेकिन खुद अनुभव लेकर सीखना आपको महंगा पड़ सकता है, इससे अच्छा होगा आप दूसरों के अनुभव से सीखे उनकी लिखी किताबों से सीखे उनकी लिखी या उनके ऊपर लिखी किताबों से सीखे, किसी  80 साल के  बुजुर्ग इंसान के अनुभव पर लिखी किताब अगर आप 20 की उम्र में पढ़ते हैं  तो आप एक 20 वर्ष के युवा होंगे जिसके पास 80 वर्ष का अनुभव होगा  कुछ इस तरह विचार कीजिए . प्रसिद्ध किताब "Think and grow rich"  को लिखने के लिए लेखक नेपोलियन हिल को  20 साल लगे थे जिसके लिए उन्होंने  कई सफल लोगों के इंटरव्यू लिए थे सोचिये कितना ज्यादा अनुभव होगा उस किताब मे , उसे आप 12-13 घंटे मे पढ सकते है, मतलब बोहोत हि कम समय मे बोहोत ज्यादा अनुभव. एक आसन से उदाहरणं सें समझिये हम सबको पता है कि बिजली कि नंगी तारो को छुना खतरनाक है पर यह चीज हमने कैसे सिखी, क्या हर किसी ने बिजली कि तारो को छू कर अनुभव करके पता किया?  नही किसी और के अनुभव से हि सिख लिया, यह भी कुछ उसी तरह है. हा यह बात तो सच है कि अनुभव हि ज्ञान है, लेकिन सारे अनुभव खुद लेने कि जरुरत नही, दुसरो के अनुभवो से सिखना भी बोहोत बडी समझदारी है.तो पढणे को नजरअंदाज ना करे, यह आदत आपका जीवन बदल ने के लिये काफी है!

           चलिये अब आपने किताब पढणे का तो ठाण लिया फिर भी कुछ समस्याये है हि, उसकी बात करते है 

2) किताबो के बारे मे कोई जाणकारी नही है :- पढना तो है लेकिन क्या पढे, कहा से शुरुवात करे, यह भी एक आम समस्या है, बोहोत से लोगो को जिस प्रकार का कन्टेन्ट पसंद है, उसके लिये कोणसी किताबे है इस्का पता हि नही होता, मेरी ऐसे लोगो से भी बात हुई है, फिर जिस तरह का कन्टेन्ट उन्हे पसंद था उन्हे उस तरह कि किताबे मिलने के बाद उन्होने अवश्य हि पढि,इस समस्या का आसान सा जवाब है आप यह आर्टिकल इंटरनेट पर पढ रहे है तो बोहोत ज्यादा संभवना है कि आप किसी social site पर तो मौजूद होंगे, वहा किताबो संबंधित अकाउंट्स, पेज, चॅनेल को फोल्लोव कर ले, ऐसे 2-3 चॅनेल्स के बारे मे मै आपको आर्टिकल के अंत मे बता दूंगा, हमारे ब्लॉग से भी जुडे रहे यहा हम ऐसे जबरदस्त किताबो के बारे मे बात करेंगे, और दिमाग खोल देणे वाली जाणकारी आपको यहि मिलेगी. 
               दरअसल  और बोहोत सी जाणकारी है जो मै आपको इस आर्टिकल द्वारा देना चाहता हू, और मै प्रयास कर राहा हू कि जो भी बात मै आपको समझाना चाहता हू वह अच्छे से समझा सकू, पर सब कुछ इसी आर्टिकल मे लिखने से यह आर्टिकल बोहोत बडा हो जायेगा जिससे आपको पढणे मे दिक्कत होगी इसलिये  इसे दो हिस्सों में लिखने का सोचा है   आर्टिकल का दूसरा हिस्सा हम  जल्दी अपलोड कर देंगे  , जिसमें हम किताबों को लेकर बाकी समस्याओं की बात करेंगे.
       तब तक के लिए जुड़े रहे  और हमें  फेसबुक पर भी फॉलो करें  ताकि आपको  आने वाले  आर्टिकल्स की जानकारी  मिलती रहे,आर्टिकल कैसा लगा ये कंमेंट करके जरूर बताये और share जरूर करे ताकि हम ऐसी हि जाणकारी आपको देणे के लिये प्रेरित होते रहे 
          धन्यवाद!
               - ॠत्विक  देशपांडे..


Comments

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    1. धन्यवाद ! ऐसी हि जाणकारी पढणे के लिये जुडे रहे

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  2. Keep it up

    Love from
    rh82.blogspot.com

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  3. बहुत ही अच्छा लेख भाई...एकदम सोपे और सटीक भाषा में आपणे यह एक बेहतरीन लेख लिखा हैं !!आगे बढो हम तुम्हारे साथ हैं !!

    कुछ Suggestion :- Blog में कुछ Topic Related Images Use किया करो..पढणे में और अच्छा लगता हैं..

    दुसरी बात :- हिंदी में ढ़ यह Use किया किजीए,बोहोत नहीं बहुत का use सही रहेगा !! बाकी लगे रहो !!😊👍

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    1. धन्यवाद भाई ,आपकी सलाह पर जरूर अमल करुंगा, ऐसा हि सपोर्ट बनाये राखिये ✌😊😊

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  4. Very nice information.
    Thank you very much for this informative post.

    basic measures to prevent from coronavirus.

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  5. अप्रतिम लेख!!!!_/\_
    मुझे जो बुक पढ़ने में जो परेशानियां थी , जो आज पूरी तरह से खत्म हो गई।
    आशा करता हूं आने वाले समय में आप असेही प्रभावशाली लेख लिखते रहिए

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    1. धन्यवाद अक्षय जी, नया आर्टिकल जल्द हि आ जायेगा😊

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  6. Bahut khub likha h sir aapne 👍👌👌

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  7. Thank you madam😍😍😍😍😘😘😊

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